Browsed by
Category: Webinar

रूस और यूक्रेन के बीच विवाद – असरात आशंकाएं और संभावनाएं

रूस और यूक्रेन के बीच विवाद – असरात आशंकाएं और संभावनाएं

रूस और यूक्रेन दोनों जुड़वा देश रहे हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूक्रेन सोवियत संघ में शामिल हुआ। सन 1990 में रूस से अलग होने के बाद से ही अमेरिका यूक्रेन सहित सोवियत संघ से अलग हुए देशों में अपनी कठपुतली सरकारें बिठाने का षड्यंत्र करता रहा है। इस क्षेत्र में अमेरिका की बढ़ती दखलंदाजी को रूस अपने लिए खतरा मानता है। पश्चिम का पूंजीवादी मीडिया रूस को आक्रमणकारी और साम्राज्यवादी देश प्रचारित कर रहा है। इस बीच नाटो…

Read More Read More

कहाँ तो तय था चरागां हर एक घर के लिए

कहाँ तो तय था चरागां हर एक घर के लिए

‘किसान का कोड़ा’ विचारगोष्ठी की रपट.  रपट : बजरंग बिहारी.   इन संगठनों से जुड़े लेखक, बुद्धिजीवी, कलाकार और रचनाकार किसान आंदोलन पर कार्यक्रमों की शृंखला चला रहे हैं। इसी सिलसिले में 11 अप्रैल 2021 को महात्मा फुले की जयंती के अवसर पर ‘किसान आंदोलन के समक्ष चुनौतियां’ ऑनलाइन विचार-गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह आयोजन जोतिबा फुले की सुप्रसिद्ध रचना ‘किसान का कोड़ा’ को समर्पित था। कार्यक्रम में तीन वक्ता थे- वरिष्ठ कृषि अर्थशास्त्री जया मेहता, कथाकार-विचारक रणेन्द्र और अखिल भारतीय किसान…

Read More Read More

स्वास्थ्य का मुद्दा अस्पतालों और डॉक्टरों का ही नहीं, राजनीति का मुद्दा है. कोविड 19 के सन्दर्भ में स्वास्थ्य सेवाओं के राष्ट्रीयकरण पर वेबिनार.

स्वास्थ्य का मुद्दा अस्पतालों और डॉक्टरों का ही नहीं, राजनीति का मुद्दा है. कोविड 19 के सन्दर्भ में स्वास्थ्य सेवाओं के राष्ट्रीयकरण पर वेबिनार.

रिपोर्ट: राहुल भाईजी.  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई द्वारा “भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के राष्ट्रीयकरण” विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार का संयोजन जोशी अधिकारी इंस्टीट्यूट आफ सोशल स्टडीज द्वारा किया गया। वेबिनार में डॉ अभय शुक्ला (पुणे) राष्ट्रीय सहसंयोजक, जन स्वास्थ्य अभियान, ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वर्ष 1986-87 में भारत की सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं निजी क्षेत्र की तुलना में ज्यादा थी, और 1000 मरीज में 400 मरीज ही  निजी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ…

Read More Read More

श्रमिक संघर्ष वेबिनार-5: ‘महिला श्रमिक और उनके संघर्ष’

श्रमिक संघर्ष वेबिनार-5: ‘महिला श्रमिक और उनके संघर्ष’

पूँजीवादी समाज में श्रमिकों में भी महिला श्रमिकों की स्थिति पुरुष श्रमिकों की तुलना में अलग और कमतर होती है। भारत में महिलाएँ अपना श्रम खेती में, उद्योगों में, गारमेंट निर्माण में , आंगनवाड़ी-आशाकर्मियों के रूप में जागरूकता फ़ैलाने के कार्य में और अनेक प्रकार के कार्यों में लगाती हैं। जोशी-अधिकारी इंस्टिट्यूट द्वारा एटक (AITUC) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर भारत की मेहनतकश जनता के विभिन्न तबकों पर केंद्रित वेबिनार श्रृंखला आयोजित की जा रही है। इसी श्रृंखला की पाँचवीं कड़ी में सुनिए महिला श्रमिकों पर केंद्रित वेबिनार। …

Read More Read More

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 4: ‘Public Sector Employees against Neo-liberal policies (Banking, insurance and Telecom)’

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 4: ‘Public Sector Employees against Neo-liberal policies (Banking, insurance and Telecom)’

Speeches of Com. Arvind Porwal, Com. D. D. Tuljapurkar, Com. K. Govindan, Com. Sreekant Mishra and Com. Ranjan Dani. These sane voices unfold the disastrous moves of the governments to finish the achievements of Public Sector Banking, Insurance and BSNL. Please share and subscribe the youtube channel also of Joshi-Adhikari Institute.

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 3: “ऊर्जा क्षेत्र में संकट और कर्मचारियों के संघर्ष”

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 3: “ऊर्जा क्षेत्र में संकट और कर्मचारियों के संघर्ष”

The third in the series of six webinars was held on 9 November 2020 in which “Crisis in Energy Sector” was discussed. Com. C. J. Joseph spoke about the profile of the workforce employed in the coal sector. Com. I. M. Uniyal spoke about the challenges and struggles waged by employees of the oil sector. Com. Ashok Rao discussed the threats surrounding the power sector. Basically, these were all public sector units (PSUs) which are now being made systematically sick…

Read More Read More

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 2: “Repressive labour practices in modern industries: Challenges and response.”

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 2: “Repressive labour practices in modern industries: Challenges and response.”

The second webinar was held on 9th November 2020. The theme of that webinar was “Repressive labour practices in modern industries: Challenges and response.” Com. Sukumar Damle spoke about the challenges and responses of workers working in private organised sector industries near Mumbai, Com. Satyanand spoke about the problems of the workers in modern industries sprang up around the city of Bengaluru. Com. Anil Pawar spoke about the struggles waged by the workers of Gurgaon-Manesar industrial belt. In the end,…

Read More Read More

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 1: ‘भारत में श्रम कानून- इतिहास और वर्तमान”

श्रमिक संघर्ष वेबिनार – 1: ‘भारत में श्रम कानून- इतिहास और वर्तमान”

ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन काँग्रेस(एटक) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर जोशी-अधिकारी इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज द्वारा श्रमिक संघर्षों पर केंद्रित छः वेबिनारों का आयोजन किया जा रहा है। श्रृंखला की पहली वेबिनार 28 अक्टूबर 2020 को ‘भारत में श्रम कानून- इतिहास और वर्तमान” विषय पर केंद्रित थी वेबिनार श्रृंखला का परिचय श्री एस. पी. शुक्ला (अध्यक्ष-जोशी-अधिकारी इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज, तथा भारत सरकार के पूर्व वित्त एवं वाणिज्य सचिव) ने दिया और मुख्य वक्ता थे प्रो. बाबू मैथ्यू (अनेक…

Read More Read More