Browsed by
Tag: Book Release

Release of a study on the collective farming by women farmers in Kerala

Release of a study on the collective farming by women farmers in Kerala

22 August 2022 | 5 pm to 7 pm | Constitution Club, Rafi Marg, New Delhi 110001 Joshi-Adhikari Institute of Social Studies (JAISS) in collaboration with ActionAid India and Aakar Books organized a book release function and a discussion on the book titled – “From the realm of the necessity to the realm of freedom” written by Jaya Mehta and Vineet Tiwari and published by Aakar Books. The event was held at the Constitution Club on 22nd August 2022. Jaya…

Read More Read More

पुस्तक विमोचन:जरूरत के बंधन से मुक्ति के आकाश तक

पुस्तक विमोचन:जरूरत के बंधन से मुक्ति के आकाश तक

(केरल की महिला किसानों द्वारा की जा रही साझा खेती का अध्ययन) पिछले दिनों एक पुस्तक का विमोचन दिल्ली के कंस्टीटूशन क्लब में हुआ जिसका शीर्षक है “फ्रॉम दि रील्म ऑफ़ नेसेसिटी टु दि रील्म ऑफ़ फ्रीडम”। पुस्तक का विमोचन किया केरल के कुडम्बश्री कार्यक्रम के पहले कार्यकारी निदेशक टी के जोस, भारतीय महिला फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष और मजदूर किसान शक्ति संगठन की संस्थापिका अरुणा रॉय, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव और राज्यसभा के पूर्व सांसद कॉमरेड…

Read More Read More

The Russian Revolution and the Indian Freedom Struggle

The Russian Revolution and the Indian Freedom Struggle

– Vineet Tiwari. On the occasion of centenary year of Russian revolution, a book was conceptualised by Com. S. Sudhakar Reddy, edited by Jaya Mehta and published by Joshi-Adhikari Institute of Social Studies, Delhi. The book was released by Com. Gurudas Dasgupta on 24th April, 2018 in an event organised by Prabhath Books at Kollam, Kerala, a day before the 23rd Party Congress of CPI began. Along with this other books written by of Com. Binoy Biswam, Com. C. Divakaran,…

Read More Read More

रूस का इंक़लाब और भारत का आज़ादी का संघर्ष (पुस्तक विमोचन)

रूस का इंक़लाब और भारत का आज़ादी का संघर्ष (पुस्तक विमोचन)

– विनीत तिवारी रूस के इंक़लाब के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर सीपीआई के महासचिव कॉमरेड एस. सुधाकर रेड्डी ने एक किताब की संकल्पना की कि किस तरह उस दौर के और बाद के दौर के भी कम्युनिस्ट नेताओं ने रूस के इंक़लाब का स्वागत किया, कैसा आंकलन किया और भारत के आज़ादी के आंदोलन पर उसका कैसा असर रहा। उन्होंने कुछ पुराने लेख छाँटे और मशविरे में डॉ. जया मेहता को शरीक किया। जया मेहता ने उन…

Read More Read More